किताब : रूपवती वासिलीसा, रूस की लोक कथाएँ
सोलह कथाएँ 214 पन्नों में विस्तार लिए हुए हैं। मज़ेदार बात यह है कि रंगीन चित्र पूरे पेज पर समाहित हैं। काग़ज़ बेहद उम्दा है। सफेद है। फोंट भी आकर्षक…
सोलह कथाएँ 214 पन्नों में विस्तार लिए हुए हैं। मज़ेदार बात यह है कि रंगीन चित्र पूरे पेज पर समाहित हैं। काग़ज़ बेहद उम्दा है। सफेद है। फोंट भी आकर्षक…
संवैधानिक मूल्य संविधान की आत्मा हैं। मानव शरीर में हर अंग खास है लेकिन सभी अंगों का संचालन मस्तिष्क करता है। यदि मस्तिष्क में विकार आ जाए तो शरीर का…
आज शाम चार बजे ही सन्नाटा छा गया। दस में नौ दुकानें बंद हो गईं। सूर्योदय से एक घण्टा पहले और एक घण्टा बाद तलक रोज़ाना बच्चे, बूढ़े, महिलाएँ और…
आठ मार्च अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस को याद करते हुए सामाजिक संस्कृतिकर्मी,पत्रकार, संपादक एवं कवयित्री गंगा असनोड़ा ने कहा कि महिलाएं शिक्षित हो रही हैं। अपने अधिकारों को जान-समझ रही हैं…
-मनोहर चमोली ‘मनु’महेश चंद्र पुनेठा कृत कविता कविता संग्रह ‘अब पहुँची हो तुम’ उपलब्ध है। एक सौ सत्रह कविताएँ इस संग्रह में है। पृष्ठों की संख्या एक सौ चैबीस है।…
#kaari tu kabbi nahaari
-मनोहर चमोली ‘मनु’ बाल साहित्य के अध्येता गुरबचन सिंह जी ने कहा,‘‘हम आज अपने प्रिय विषयों के साथ बात करेंगे। इस दशक को छोड़ दें तो बाल साहित्य की भूमिका…
काश! जीवन का भी कोई बैकस्पेस बटन होता। मैं उसे दबाए रखता। तब तक दबाए रखता जब तक जीवन का टेक्स्ट कर्सर मुझे मेरी आठवीं कक्षा तक नहीं पहुँचाता। मैं…
#अब तुम गए काम से
#rockgarden #chandigarh #manoharchamolimanu