कहानियाँ बाल मन की

चिकित्सक , कवयित्री और समीक्षक डॉ० अनुपमा गुप्ता जी समग्रता में साहित्य की अध्येता हैं | व्यस्त समय में से लिखने और पढ़ने के लिए समय निकालना आज सबसे बड़ा…

कहानियाँ बाल मन की पुस्तक समीक्षा

कहानियाँ सभी को रोमांचित कर देती हैं। बमुश्किल ही कोई होगा जो उनकी रंगत से दूर हो। अलबत्ता बच्चों को तो कहानियाँ ज़्यादा ही रिझाती हैं। उनके मन के धागे…

40 कहानियों का संग्रह ‘कहानियाँ बाल मन की’

'विनम्र लेकिन साधिकार अनुरोध' भुगतान मात्र 200 रुपए का किया जाना है। विवरण निम्नवत है- खाताधारक का नाम-SHWETWARNA PRAKASHAN खाता संख्या-41505000399 IFSC-ICIC0004145 Paytm/Googlepay-8447540078 नोट- I.F.S.C. कोड में तीन शून्य हैं।…

मैं भी दूंगा दाना

-मनोहर चमोली ‘मनु’ आज से मासिक परीक्षा हैं। यह सोचकर अखिल जल्दी उठ गया। उसे चिड़ियों की चहचहाट सुनाई दी। वह आंगन में गया। आगन में करतार सिंह चावल के…

लगन

कोरोना के कारण स्कूल बंद थे। आज जब स्कूल खुला तो बच्चे अपना स्कूल भी नहीं पहचान पा रहे थे। कोरोना के कारण घर में रहकर क्या-क्या परेशानियां हुईं। मोबाइल…

यूँ ही कोई पहाड़ नहीं हो जाता : पुस्तक ‘चले साथ पहाड़’ के बहाने़

चले साथ पहाड़ या चलें साथ पहाड़। एक ज़रा-सी बिन्दी मान लें या एक-अदद मात्रा। सारा मंतव्य बदल जाता है। जी हाँ। मैं सुप्रसिद्ध संस्कृतिकर्मी, साहित्यकार, यायावर और सामाजिक एक्टीविस्ट…

साथ पन्द्रह बरस का

आज इक्कीस अक्तूबर है। पिछले चार दिनों ने उत्तराखण्ड सहित कई सूबों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जान-माल की क्षति भी हुई है। हम कुछ दिन प्रकृति के इस…

उत्तराखण्ड का पर्वतीय समाज और बदलता आर्थिक परिदृश्य

किताब का आवरण और किताब का शीर्षक भले ही एक नज़र में पाठकों को यह दृष्टि दे जाए कि यह किताब शोधपरक रिपोर्ट का दस्तावेज है। इस किताब में आंकड़े…

मंतुरिया

साहित्य में हिन्दी बाल साहित्य को अभी लोक जीवन में झांकने की नितांत आवश्यकता है। अमूमन बच्चों के लिए उपलब्ध साहित्य में कमोबेश नसीहतों,उपदेशों और आदर्श की तीव्र आग्रह दिखाई…