कहानियाँ बाल मन की अब अमेजॉन पर भी : लेकिन वहाँ से मत खरीदें। सीधे प्रकाशक से खरीदने की बात करूंगा.
हैरान मत होइए ! मैं अपनी किताब का प्रमोशन नहीं कर रहा…! वस्तुस्थिति से अवगत करा रहा हूँ। मुझे पता है कि बाज़ार में एक क्लिक इस कदर हावी हो गया है कि हम सब उसकी चपेट में हैं। नफा-नुकसान बाद में सोचते हैं।
बहरहाल, पोस्ट को पढ़ने से पहले दोनों स्क्रीन शॉट गौर से देख लें। यह एकदम ताज़ा हैं। अब निम्न बिंदु पर नज़र डालिएगा-
एक-जब मेरी किताब श्वेतवर्णा प्रकाशक की वेबसाइट पर रुपए 249 में (रजिस्टर्ड डाक से प्रकाशन पाठक को निःशुल्क भेज रहे हैं ) मिल रही है तो मैं क्यों पाठकों-मित्रों-परिचितों से यह कहूँ कि अब मेरी किताब अमेजॉन पर है और लिंक यह है।
दो-अब अमेजॉन का खेल समझिए। मेरी यही किताब आज 299 में मिल रही है। आपको डाक खर्च में 60 रुपए और देने होंगे। यानि 299 जमा 60 यानि 359 रुपए। कुछ समझ में आया?
तीन-यदि यह खेल समझ में आया है तो फिर कहूंगा गूगल पे से भी आप श्वेतवर्णा से मेरी किताब 249 रुपए में मंगवा सकते हैं या फिर सीधे प्रकाशक की वेबसाइट से मंगा सकते हैं। सीधे 110 रुपए की बचत कर सकते हैं।
चार-यदि आप हिसाब-किताब के चक्कर में नहीं पढ़ते तो अमेजान पर क्लिक कर मंगा सकते हैं। मुझे या प्रकाशक को क्या फर्क पड़ता है?
पांच-आप कोई भी किताब सीधे अमेजान से क्यों मंगाते हैं? क्या आप उसे अन्य स्रोतों पर जांचते हैं? जांचिए जरूर। एक ही किताब कई प्लेटफार्म पर अलग-अलग मूल्यों पर मिलती है। जांचिए तो। फिर मूल प्रकाशक की वेबसाइट या मेल से सम्पर्क करें। वहां कम कीमत पर मिलेगी। और हाँ! कई बार प्रकाशक होली,दीवाली,नव वर्ष, अलाँ-फलाँ अवसर पर 20 से 30 फीसदी छूट प्रदान करती हैं।
फिर क्या करें?-खोजबीन करें। धैर्य धारण रखें। जिन पुस्तकों को खरीदना चाहते हैं उनकी सूची बनाएं। मौका देखें और किफायती खरीदारी का चौका लगाएं।
(सीधे अमेजान से किताब खरीदने का एक और नुकसान मेरा उदाहरण लें। मैंने एक पुस्तक ऑर्डर की है-दिनांक 4 मार्च 2023 को। आज स्टेटस जांचा। बता रहा है कि 29 मार्च को मिलेगी। डॉ॰ सरेश पंत कृत यह किताब है शब्दों के साथ-साथ। एक मिनट। इसमें न लेखक संलिप्त हैं न प्रकाशक। तो फिर कौन? अंदाज़ा लगाइएगा। )
1- तो सबसे पहले श्वेतवर्णा का ही लिंक साझा करूंगा-
https://shwetwarna.com/shop/books/kahaniyan-baal-man-ki-manohar-chamoli-manu/
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2-दूसरा विकल्प गूगल पे यानि अधिकृत श्वेतवर्णा प्रकाशन के नंबर पर ऑर्डर करने का दूंगा। मोबाइल नंबर है-8447540078

3-बावजूद इन दोनों विकल्प के आप अमेजान पर ही जाना चाहते हैं। वहीं से किताब खरीदना चाहते हैं तो लिंक यह है- https://www.amazon.in/dp/9392617739?ref=myi_title_dp
तो फिर किताबें अमेजान पर क्यों?
बाज़ार का एक तरीका है। सरल है। एक क्लिक कर आपके रुपए इस माध्यम के एजेंट पर पहुँच जाते हैं। प्रकाशक से किताब लेने, उसे प्रमोशन करने और बेचने तथा आप तक पहुँचाने का काम अमेजान जैसे माध्यम फोकट में थोड़े करेंगे? वह शुल्क लेंगे। जो पाठक और प्रकाशक की जेब से जाएंगे। बस किताब का आम दाम में वह धनराशि भी जोड़ लें। और हाँ! प्रकाशक को अमेजान के माध्यम से बिकी पुस्तकों का मूल्य तत्काल नहीं मिलता। दो-तीन महीने बाद मिलता है। लेकिन बाज़ार है हर माध्यम को समझना मजबूरी है।
एक उदाहरण और देता हूँ आजकल किसी भी दुकान में जाइए। गूगल पे, पे ज़ेप, पेटीएम, बैंकिंग क्रेडिट कार्ड मशीन जैसे माध्यम हैं। बिक्री के लिए विक्रेता को क्या-क्या जतन करने पड़ रहे हैं ! !

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By manohar

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