राजा जो कंचे खेलता था
किताब: राजा जो कंचे खेलता थाद किंग हू प्लेयड मारबल का हिन्दी अनुवाद राजा जो कंचे खेलता था चौंकाने वाला शीर्षक है। हालांकि मात्र किताब का टाइटल देखकर ऐसा लगता…
किताब: राजा जो कंचे खेलता थाद किंग हू प्लेयड मारबल का हिन्दी अनुवाद राजा जो कंचे खेलता था चौंकाने वाला शीर्षक है। हालांकि मात्र किताब का टाइटल देखकर ऐसा लगता…
सोचने-विचारने वाली किताबों की ज़रूरत है ‘‘बेटी तुम घर से भाग कर तो नहीं आई हो?’’कहानी के आरम्भ में यह सवाल उठता है. पाठक के मन में यह विचार कौंधता…
हमारे विद्यालयों के विद्यार्थियों के ज्ञान का पुख्ता, बड़ा स्रोत शिक्षक ही हैं: आकाश सारस्वत स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों में दूरी है। बच्चे अपनी बात कहने में संकोच करते…
-मनोहर चमोली ‘मनु’ वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व सम्पादक दिनेश जुयाल ने कहा कि मीडिया के मरते जाने के कई मामले हैं। मीडिया अति का शिकार हो चुका है। स्थितियाँ जनसरोकारों…
प्रख्यात कार्टूनिस्ट-चित्रकार आबिद सुरती का एक किरदार ढब्बूजी की धमक किताब का आवरण देखकर धर्मयुग की यादें ताज़ा हो गई। ढब्बूजी एक किरदार था। इसे प्रख्यात कार्टूनिस्ट-चित्रकार आबिद सुरती जी…
शिक्षा कोई सलाद नहीं है। थाली में परोसा गया भोजन है लेकिन सलाद नहीं है तो चलेगा जैसी स्थिति भयावह है। शिक्षा एक पौष्टिक खुराक है। यही खुराक यदि अत्यल्प…
#children story
कहानियाँ बाल मन की अब अमेजॉन पर भी : लेकिन वहाँ से मत खरीदें। सीधे प्रकाशक से खरीदने की बात करूंगा.हैरान मत होइए ! मैं अपनी किताब का प्रमोशन नहीं…
दुखां दी कटोरी सुखां दा छल्ला -मनोहर चमोली ‘मनु’ कथाकार रूपा सिंह की कहानी ‘दुखां दी कटोरी सुखां दा छल्ला’ पढ़ी। हंस का अंक मार्च 2020 में यह प्रकाशित हुई…
भारत में लगभग एक हजार चार सौ कारागार हैं। तीन लाख छासठ हजार बन्दियों की धारण क्षमता हैं। सीधा-सा अर्थ लगाया जा सकता है कि एक कारागार में 260 सजायाफ्ता…