यथार्थ के सच से परिचय कराता कथाकार

पाठकों के आस-पास की कहानियाँ हैं दिनेश कर्नाटक की इन दिनों दिनेश कर्नाटक का कहानी संग्रह ‘दिनेश कर्नाटक की प्रतिनिधि कहानियाँ’ चर्चाओं में है। हालांकि दिनेश कर्नाटक की पठनीयता और…

‘पहाड़ों से निकली पहाड़ों की कहानियाँ’

सुप्रसिद्ध साहित्यकार भगवत प्रसाद पाण्डेय का पहला बाल कहानी संग्रह ‘पहाड़ों से निकली पहाड़ों की कहानियाँ’ सुप्रसिद्ध साहित्यकार भगवत प्रसाद पाण्डेय का पहला बाल कहानियों का संग्रह है। इसका अर्थ…

सामाजिक मनोदशा की नब्ज़ टटोलते हैं रामेंद्र कुशवाहा

जीना इसी का नाम: कथा संग्रह कहानीकार रामेन्द्र कुशवाहा की चौथी किताब कहानी संग्रह है। किताब का शीर्षक ‘जीना इसी का नाम’ है। महाराष्ट्र के मुंबई से हिन्दी में किताब…

नियमित पत्रिकाओं के पाठकों के लिए ज़रूरी है नवल

‘नवल’ पत्रिका साहित्य समाज संस्कृति की त्रैमासिकी है। पिछले 45 सालों से प्रकाशित हो रही है। मैं कह सकता हूँ कि यदि समूचे उत्तराखण्ड को जानना-समझना है तो समग्रता में…

एक ही बैठक में पढ़ने वाला बाल उपन्यास: सीक्रेट 7

आज भी प्रासंगिक और समसामयिक सी कथा एनिड ब्लाइटन सीक्रेट 7 एक शानदार बाल उपन्यास है। मज़ेदार बात यह है कि भले ही इस उपन्यास का पहला पाठक बच्चा है।…

बाल साहित्य: वयवर्ग को रंगीन चित्रात्मक किताबें देनी ही होंगी

संजीव जायसवाल ‘संजय’ का बाल कहानियों का संग्रह ‘नटखट कहानियाँ’ वरिष्ठ साहित्यकार संजीव जायसवाल ‘संजय’ कहानी, उपन्यास और व्यंग्य विधा में समान अधिकार रखते हैं। वह दशकों से बाल साहित्य…

अपने समय से आगे के कथाकार हैं देवेन्द्र कुमार

वरिष्ठ साहित्यकार देवेन्द्र कुमार बाल साहित्य में चिर-परिचित नहीं बड़ा नाम है। वह उन चुनिंदा साहित्यकारों में हैं जिनकी कहानियों में विविधता है। वह पात्रों के माध्यम से बहुत ही…