उपदेश नहीं करके दिखाना बेहतर विकल्प

-मनोहर चमोली ‘मनु’संयम के कई उदाहरण सुनने-देखने और पढ़ने को मिलते रहे हैं। सुनते हैं कि चटोरे लोग भी संयम बरतने के तरीके अपनाते हैं। जीभ में धागा बाँधना एक…

साहित्य,कला,संगीत और नृत्य ही मनुष्यता को बचा सकते हैं: वर्षा दासगुप्ता

कथक नृत्यांगना वर्षा दासगुप्ता ने कहा कि भारत की कला, संगीत और नृत्य के परम्परागत घराने सिमटते जा रहे हैं। आज ज़रूरत इस बात की है कि बाल्यकाल से ही…

कहानी डायरी लेखन कुछ इस तरह हुआ

कक्षा छह,सात,आठ,दस और ग्यारह के विद्यार्थियों में वय वर्ग की विविधता रचनात्मक कार्यो में कैसे उपयोगी हो? कैसे वे एक-साथ एक-दूसरे को सहयोग करें? कैसे भागीदारी में दायरा बढ़ाएं और…

दायित्वबोध पनपाते हैं ‘मॉर्निंग वॉक पर कुत्ते’ के व्यंग्य

-मनोहर चमोली ‘मनु’इन दिनों व्यंग्य के नाम पर दूसरों की खिल्ली उड़ाना और नीचा दिखाना एक शगल बन गया है। व्यक्तिपरक और जातिगत व्यंग्य के नाम पर केन्द्रित पाठक क्षोभ…

कला के प्रति संवेदनशीलता ही मनुष्यता को बचाएगी : जगमोहन बंगाणी

जगमोहन बंगाणी की कूची से बनी पेंटिंग्स भारत से बाहर स्पेन, कोरिया, इंग्लैंड, जर्मनी जैसे देशों में उपस्थित हैं। कला के पारखी समूची दुनिया में हैं और वे अपने घरों-कार्यालयों…

जारी है सीखना

पुरानी बात है। तब आदमी जंगल में रहता था। वह शरीर को पेड़ों की छाल और सूखे पत्तों से ढकता। पेड़ का तना, चट्टान और गुफाएं ही उसका सहारा थे।…

ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ कृत ह्यूमन ट्रांसमिशन वैज्ञानिक बाल उपन्यास: कल्पना और यथार्थ युक्त साहित्य ही कल के आविष्कार

साहित्यकार डॉ॰ ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ का लघु वैज्ञानिक बाल उपन्यास ‘ह्यूमन ट्रांसमिशन’ यथार्थ और कल्पना के मिश्रण से निर्मित रोचक बन पड़ा है। लगभग सात वर्ष पूर्व प्रकाशित उपन्यास लगता…

हर मोर्चे पर तार्किक हस्तक्षेप की आवश्यकता जताई

प्रख्यात गीतकार एवं लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि जन संघर्षों के नायको की याद में इकतीस साल पहले जो पौधा लगाया गया था वह आज वृक्ष बन…