रखड़ी
हिंदी में बाल साहित्य को रीडिंग कार्ड्स में तब्दील करने की पहल समग्र शिक्षा के तहत उत्तराखण्ड के शिक्षा विभाग ने की है। रूम टू रीड के सहयोग बिना संभवतः…
हिंदी में बाल साहित्य को रीडिंग कार्ड्स में तब्दील करने की पहल समग्र शिक्षा के तहत उत्तराखण्ड के शिक्षा विभाग ने की है। रूम टू रीड के सहयोग बिना संभवतः…
रीडिंग कॉर्ड हिंदी में बाल साहित्य को रीडिंग कार्ड्स में तब्दील करने की पहल समग्र शिक्षा के तहत उत्तराखण्ड के शिक्षा विभाग ने की है। रूम टू रीड के सहयोग…
कभी तीन साल एक बुनियादी स्कूल से जुड़ने का मौका मिला था। तब मैं स्नातक में था। प्रधानाध्यापिका अकेली थीं। गांधी जयंती, स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस में जाना होता था।…
आज पिताजी नहीं हैं। 15 नवम्बर 2019...! आज ही के दिन पिताजी रात दस बजे इस दुनिया को अलविदा कह चुके थे। पिताजी तीन बार श्वास का सदमा झेल चुके…
-मनोहर चमोली ‘मनु’ बात उन दिनों की है जब धूप को बुलाना पड़ता था। जो बुलाता, धूप वहीं चली आती। इस भाग-दौड़ में वह थक जाती। मौका मिलता तो वह…
वाहवाही का बालसाहित्य, जनसत्ता
‘दिल्ली चलो।’ यह समाचार जिसने सुना, वह चल पड़ा था। पंजाब राज्य ने पूछा-‘‘आप कौन?’’ तमिलनाडु ने जवाब दिया-‘‘मुझे तमिलनाडु कहते हैं। भरत नाट्यम मेरे यहां फलता-फूलता है।’’ पंजाब ने…
मम्मी मेरा ब्याह करा देछोटी सी दुलहनियां ला देअंगुली पर मैं उसे नचाऊँबात न माने मार लगाऊँघोड़ी पर मुझको बिठला देमम्मी मेरा ब्याह करा देमाँ तुझको आराम कराऊँहाथ पैर तेरे…
-मनोहर चमोली ‘मनु’‘‘हम कब बाहर जाएँगे?’’ नन्हीं चींटी ने माँ से पूछा। माँ ने जवाब दिया, ‘‘अभी नहीं।’’ चींटा बोला,‘‘बच्चों, बाहर की दुनिया ही अलग है। बहुत बड़ी है। वहाँ…
Manohar Chamoli 'manu'