जारी है सीखना
पुरानी बात है। तब आदमी जंगल में रहता था। वह शरीर को पेड़ों की छाल और सूखे पत्तों से ढकता। पेड़ का तना, चट्टान और गुफाएं ही उसका सहारा थे।…
पुरानी बात है। तब आदमी जंगल में रहता था। वह शरीर को पेड़ों की छाल और सूखे पत्तों से ढकता। पेड़ का तना, चट्टान और गुफाएं ही उसका सहारा थे।…
साहित्यकार डॉ॰ ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ का लघु वैज्ञानिक बाल उपन्यास ‘ह्यूमन ट्रांसमिशन’ यथार्थ और कल्पना के मिश्रण से निर्मित रोचक बन पड़ा है। लगभग सात वर्ष पूर्व प्रकाशित उपन्यास लगता…
प्रख्यात गीतकार एवं लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि जन संघर्षों के नायको की याद में इकतीस साल पहले जो पौधा लगाया गया था वह आज वृक्ष बन…
किंडल का ज़्यादा अनुभव नहीं है । अलबत्ता दो छोटी-सी छिटपुट किताबें मैंने भी वहाँ प्रकाशित की हैं। साथी मित्र अरविंद कुमार साहू जी ने इसके बारे में बताया था।…
https://youtu.be/KfAgKg7kLhs
4 साल 8 माह 25 दिन पूर्व भेजी कहानी अब छप रही है! वह भी आधी.अधूरी !हैरान नहीं हुए आप ? जी हाँ। बाल किलकारी में मैंने एक कहानी 7…
कुछ दिन पहले ही मुझे इन सुप्रसिद्ध साहित्यकार मनोहर चमोली की पुस्तक ‘कहानियाँ बालमन की ’पढ़ने का अवसर मिला। यह श्वेतवर्णा प्रकाशन से प्रकाशित हुई है। मूल्य 225 रुपए है।…
धन्यवाद ख़ूब ! ‘कहानियाँ बाल मन की’ के प्रति लगातार स्नेह मिल रहा है। अभिभूत हूँ। श्वेतवर्णा प्रकाशन का भी धन्यवाद कि आए दिन एक-दो,एक-दो प्रतियों के ऑर्डर मिल रहे…
कहानियाँ बाल मन की संग्रह से एक कहानी "मनोहर चमोली मनु" कहानी नंबर 36 'मुस्कुराना हमेशा' आज के कहानी सत्र में बच्चों के संग यह कहानी साझा की। तितली की…
दिव्या झिंकवान बच्चों के बीच में काम करती हैं। पढ़ाना ही उनका काम है। वह अध्यापिका जो है। वे लिखती भी हैं। लिखने के लिए नहीं लिखतीं। समाज को बेहतर…