बेटियां सूरज की

‘‘पौ फटते ही जाते हो और अंधेरा होने पर लौटते हो।’’‘‘हम अपनी माँ को जानते तक नहीं।’’‘‘हमारे नाम तक नहीं हैं।’’‘‘हम बड़ी हो चुकी हैं।’’‘‘हम लायक हैं। हमें काम चाहिए।’’‘‘अब…