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हर्ष कर्नाटक
हर्ष के पिता दिनेश कर्नाटक लिखते हैं , “साहित्यकार मनोहर चमोली ‘मनु’ की ताजा किताब है ‘कहानियाँ बाल मन की’। मनोहर जी की रचनाएँ विभिन्न भारतीय भाषाओं सहित विदेशी भाषाओं में अनुदित हुई…
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उम्मीद,आशा और भरोसा लेकर ‘अब पहुँची हो तुम’
-मनोहर चमोली ‘मनु’महेश चंद्र पुनेठा कृत कविता कविता संग्रह ‘अब पहुँची हो तुम’ उपलब्ध है। एक सौ सत्रह कविताएँ इस संग्रह में है। पृष्ठों की संख्या एक सौ चैबीस है। साल दो हजार…
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लपूझन्ना से लूट लो बचपन अपना
-मनोहर चमोली ‘मनु’लपूझन्ना उपन्यास हाथों में है। दो-तीन बैठक में ही पढ़ लिया गया है। लपूझन्ना में लफत्तू को उपन्यास का केन्द्रीय पात्र माना जा सकता है। उपन्यास का आरम्भ कुछ इस तरह…
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कहानियाँ बाल मन की
चिकित्सक , कवयित्री और समीक्षक डॉ० अनुपमा गुप्ता जी समग्रता में साहित्य की अध्येता हैं | व्यस्त समय में से लिखने और पढ़ने के लिए समय निकालना आज सबसे बड़ा काम है ।…
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कहानियाँ बाल मन की पुस्तक समीक्षा
कहानियाँ सभी को रोमांचित कर देती हैं। बमुश्किल ही कोई होगा जो उनकी रंगत से दूर हो। अलबत्ता बच्चों को तो कहानियाँ ज़्यादा ही रिझाती हैं। उनके मन के धागे अक्सर कहानियाँ बुनते…
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यूँ ही कोई पहाड़ नहीं हो जाता : पुस्तक ‘चले साथ पहाड़’ के बहाने़
चले साथ पहाड़ या चलें साथ पहाड़। एक ज़रा-सी बिन्दी मान लें या एक-अदद मात्रा। सारा मंतव्य बदल जाता है। जी हाँ। मैं सुप्रसिद्ध संस्कृतिकर्मी, साहित्यकार, यायावर और सामाजिक एक्टीविस्ट अरुण कुकसाल की…
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उत्तराखण्ड का पर्वतीय समाज और बदलता आर्थिक परिदृश्य
किताब का आवरण और किताब का शीर्षक भले ही एक नज़र में पाठकों को यह दृष्टि दे जाए कि यह किताब शोधपरक रिपोर्ट का दस्तावेज है। इस किताब में आंकड़े हैं। कुछ गाँव…
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कविता: आम की टोकरी के बहाने बड़ों से कुछ बातें
भाषाओं की पाठ्य पुस्तक में शामिल साहित्य बच्चों को आनंदित करे। इस बात का ख्याल रखा ही जाना चाहिए। पहली कक्षा में शामिल साहित्य को दूसरी, तीसरी….ही नहीं बारहवीं कक्षा तक की किताबों…