रजाई

चींटी घर से बहुत दूर चली आई।अचानक बारिश होने लगी।भीगने के कारण उसे जाड़ा लगने लगा था।कपास के पौधे ने कहा,‘‘मेरी रुई में आ जाओ।’’चींटी ने ऐसा ही किया।थकान के…

बात एक बूंद की

बादल बरसने वाले थे।एक बूंद रोने लगी। बादल ने पूछा तो वह बोली,‘‘मैं हाथी की एक आँख भी गीली नहीं कर सकूंगी।मैं अकेली, भला किस काम की?’’बादल बोला,‘‘राई के बीजों…

बड़ा हुआ छोटा

तब गिनती एक से नौ ही हुआ करती थी। एक दिन वे बहस करने लगे। दो, चार, छह, आठ अलग हो गए। एक, तीन, पांच, सात और नौ हैरान थे।…