‘अंतरिक्ष में मक्खी’ सन् 47 में पहुँच गई थी !

किताब के शीर्षक ने चौंकाया। कहानी की शुरुआत से लगा कि यह सूचनाओं को जबरन ठूंसने वाले इरादे से लिखी गई है। लेकिन, तीसरे ही वाक्य के तौर पर जब…