ज्ञानमुद्रा पब्लिकेशन समूह के वरुण महेश्वरी ने सम्बद्ध प्रकाशक ‘वंश पब्लिकेशन’ द्वारा प्रकाशित किताब ‘क्रांतिकारी भगतसिंह’ भेंटस्वरूप भेजी है।
प्रथमदृष्टया किताब अच्छी है। आवरण, काग़ज़ छपाई उम्दा है। भगत सिंह को पढ़ने-समझने वाले पाठक बहुत हैं। भगतसिंह के व्यक्तित्व पर दर्जनों किताबें पहले से हैं। फिर यह किताब क्यों?
किताब में भगत सिंह और उनके माता-पिता के बारें में है। पितामह सरदार अर्जुन सिंह के बारे में है। साथ ही उनके भ्राता कुलबीर सिंह, राह के राही उधमसिंग, साथी सुखदेव, राजगुरु, बटुकेश्वर दत्त, आजाद, यतीन्द्र नाथ दास, भगवती चरण बोहरा के बारे में पढ़ने को मिलता है। यह अच्छी बात है कि एक ही किताब में भगत सिंह और उसके परिवारजनों, अभिन्न मित्रों-संगी-साथियों की जानकारी एक जगह पर मिले तो पाठक इस किताब को पढ़ना ही चाहेंगे। ‘मैं नास्तिक क्यों?’ यह अध्याय भी किताब में हैं। नवयुवकों के नाम भगत सिंह का पत्र भी इस किताब में है। अलबत्ता 98 पन्ने किताब में हैं। मूल्य 250 रुपए ज़्यादा है। हालांकि पिछले दो साल में काग़ज़ के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। लेकिन, रेस्तरां, जंक फुड और यूज़ एण्ड थ्रो के सामान में भी उपभोक्ता ख़ूब खर्च करते हैं तो अच्छी किताब की खरीदारी से परहेज कैसा !
किताब: क्रांतिकारी भगत सिंह
विधा: जीवनी
लेखक: विवेक रंजन श्रीवास्तव
मूल्य: 250 रुपए
पृष्ठ: 98
प्रकाशक: वंश पब्लिकेशन
प्रकाशन वर्ष: 2024
प्रस्तुति: मनोहर चमोली ‘मनु’