छोटी जो बड़ी वो

रिनछिन के पेंसिल बॉक्स में मिटनी, छिलनी और पेंसिल थी। रिनछिन ने दो और नई पेंसिल खरीदी। नई पेंसिलों को भी उसने बॉक्स में रख दिया। एक नई पेंसिल बोली-‘‘मैं…

सौ रुपए का नोट

सयारा देर से सोई। देर से सोई तो देर से उठी। देर से उठी तो हर काम में देरी होती चली गई। वह दौड़ते-दौड़ते स्कूल बस तक पहुंच गई। एक…

ऊँची नहीं फेंकता ऊँट

एक ऊँट था। उसकी पीठ कुछ ज्यादा ही ऊंची थी। यही कारण था कि वह ऊंची-ऊंची फेंकता। एक दिन वह टहलने निकला। नदी किनारे चूहा, गिलहरी, बंदर और खरगोश किसी…