कहानी: भूख से आगे

पत्रिका: सड़क दर्पण, संयुक्तांक 23 व 24 -मनोहर चमोली ‘मनु’ आज सुबह चार बजे पूरा दल बस में बैठ चुका था। घुमावदार सड़कों में बलखाती हुई बस नौ घण्टे का…