खाना मगर ध्यान से

अभी ठीक से सुबह का उजाला भी नहीं हुआ था। महेश ने जोर से पुकारा,‘‘अरे रीता। सुनो तो।’’ तभी उसे अंदाज़ा हुआ कि अभी तो आस-पास के लोग सो रहे…