नियमित पत्रिकाओं के पाठकों के लिए ज़रूरी है नवल

‘नवल’ पत्रिका साहित्य समाज संस्कृति की त्रैमासिकी है। पिछले 45 सालों से प्रकाशित हो रही है। मैं कह सकता हूँ कि यदि समूचे उत्तराखण्ड को जानना-समझना है तो समग्रता में…

एक ही बैठक में पढ़ने वाला बाल उपन्यास: सीक्रेट 7

आज भी प्रासंगिक और समसामयिक सी कथा एनिड ब्लाइटन सीक्रेट 7 एक शानदार बाल उपन्यास है। मज़ेदार बात यह है कि भले ही इस उपन्यास का पहला पाठक बच्चा है।…

पहली यात्रा

छह से आठ साल के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत जिसे पाठक नेशनल बुक ट्रस्ट के नाम से भी जानते हैं। इस एन॰बी॰टी॰ ने साल 2023 में विपुल…

बाल साहित्य: वयवर्ग को रंगीन चित्रात्मक किताबें देनी ही होंगी

संजीव जायसवाल ‘संजय’ का बाल कहानियों का संग्रह ‘नटखट कहानियाँ’ वरिष्ठ साहित्यकार संजीव जायसवाल ‘संजय’ कहानी, उपन्यास और व्यंग्य विधा में समान अधिकार रखते हैं। वह दशकों से बाल साहित्य…

कहानी: भूख से आगे

पत्रिका: सड़क दर्पण, संयुक्तांक 23 व 24 -मनोहर चमोली ‘मनु’ आज सुबह चार बजे पूरा दल बस में बैठ चुका था। घुमावदार सड़कों में बलखाती हुई बस नौ घण्टे का…

सुधा भार्गव कृत उत्सवाधारित बाल कहानियों का संग्रह

महीनों-उत्सवों और भारतीय परम्पराओं की त्रिवेणी सुधा भार्गव कृत बाल कहानी संग्रह ‘उत्सवों का आकाश’ श्वेतांश प्रकाशन से आया है। साल 2023 में ताज़ा कहानी संग्रह उत्सवों को ध्यान में…

अपने समय से आगे के कथाकार हैं देवेन्द्र कुमार

वरिष्ठ साहित्यकार देवेन्द्र कुमार बाल साहित्य में चिर-परिचित नहीं बड़ा नाम है। वह उन चुनिंदा साहित्यकारों में हैं जिनकी कहानियों में विविधता है। वह पात्रों के माध्यम से बहुत ही…

आसमां से आगे: समाज के सच की कहानियाँ

आसमां से आगे: समाज के सच की कहानियाँ समकालीन कहानीकारों में यथार्थ की सच्ची कहानी कहने वाले कथाकार रामेंद्र कुशवाहा का दूसरा कहानी संग्रह ‘आसमां से आगे’ खूब चर्चा में…